पैन कार्ड का महत्व…
पैन कार्ड में आधार कार्ड की तरह है एक जरूरी दस्तावेज बन गया है इससे पहले 1 जनवरी 2005 को पैन कार्ड की आवश्यकता किसी भी चालान के साथ होनी जरूरी थी लेकिन अब बहुत से जरूरी दस्तावेजों के साथ पैन कार्ड का होना आवश्यक है। किसी व्यक्ति का पैन कार्ड भी आज उसकी पहचान की तरह ही हो गया है जैसे एक पहचान पत्र उसी तरह से पैन कार्ड भी हर दस्तावेज में लगाया जाना अति आवश्यक हो गया है। इससे पहले वित्तीय लेन-देन और इनकम टैक्स दिखाने के लिए पैन कार्ड का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब पैन कार्ड का इस्तेमाल हर दस्तावेज़ से किया जाता है क्योंकि हर दस्तावेज़ से पैन कार्ड और आधार कार्ड दोनों ही लिंक कराए जा रहे हैं।
पैन कार्ड किसी एक राज्य का नहीं होता है अर्थात राज्य बदलने पर पैन कार्ड बदलने की जरूरत नहीं पड़ती है वही एक पैन कार्ड का इस्तेमाल सभी राज्यों में होता है। बैंक से जुड़े हर ट्रांजैक्शन के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता होती है यहां तक कि अब बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले पैन कार्ड ही मांगा जाता है। बैंक से राशि निकालने का जमा कराने हर गतिविधि के लिए पैन कार्ड की जरूरत होती है।
क्या होता है पैन कार्ड?
पैन कार्ड क्या है इस बात से अभी तक बहुत से लोग अनजान हैं उन्हें इस बारे में जानकारी ही नहीं है कि पैन कार्ड नाम की कोई वस्तु होती भी है और होती है तो क्या होती है तो चलिए आज हम आपको बताते हैं। पैन कार्ड एक व्यक्ति का पहचान पत्र है और एक सरकारी दस्तावेज जिसमें 10 अंकों वाला एक नंबर होता है जो आयकर विभाग द्वारा निर्धारित किया जाता है। इन 10 अंकों में अल्फाबेट भी होते हैं और संख्याएं भी जिस नंबर को अल्फान्यूमेरिक नंबर कहा जाता है। पैन कार्ड बनाने की पूरी प्रक्रिया सीबीडीटी के अंतर्गत पूरी की जाती है।
पैन कार्ड नंबर का मतलब क्या है?
पैन कार्ड बनाने की पूरी प्रक्रिया केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा पूरी की जाती है और आयकर विभाग द्वारा पैन कार्ड के 10 नंबर जिन्हें अल्फान्यूमेरिक नंबर कहा जाता है वह निर्धारित किए जाते हैं उन 10 नंबरों का अपना एक अलग अलग मतलब और महत्व होता है जो आज हम आपको बताएंगे।
* पैन कार्ड के अल्फान्यूमेरिक नंबर बड़े ही विचित्र होते हैं क्योंकि पहले पांच अक्षर तो अल्फाबेट होते हैं और बाद के चार अक्षर संख्यात्मक होते हैं और उसके बाद के अक्षर फिर से अल्फाबेट होते हैं जिनका अलग अलग मतलब होता है।
* पैन कार्ड के पहले 5 अल्फाबेट्स में से A टू Z के बीच में से कोई भी 3 अल्फाबेट्स ले लिए जाते हैं।
* चौथा नंबर आयकर विभाग के नियमानुसार क्या किया जाता है। जो इस प्रकार है….
1- कंपनी के लिए C वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
2- किसी व्यक्ति के लिए P वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
3- हिंदू अविभाजित परिवार के लिए HUF का इस्तेमाल किया जाता है।
4- किसी फर्म के लिए F वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
5- किसी व्यक्तियों के संघ के लिए (AOP) A वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
6- किसी ट्रस्ट के लिए वर्ड t का इस्तेमाल किया जाता है।
7- किसी भी व्यक्ति के शरीर के लिए(BOI) B वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
8- किसी भी स्थानीय कर्मचारी के लिए L वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
9- किसी कृत्रिम या एक व्यक्ति के लिए J वर्ड का उपयोग किया जाता है।
* पांचवा अक्षर चुनने के लिए उस व्यक्ति के नाम या किसी संगठन और कंपनी के नाम को देखा जाता है क्योंकि 5 वा अक्षर उनके पहले नाम का अल्फाबेट होता है।
* आखिरी 5 अंक एक जांच नंबर होता है जोकि पैन कार्ड और व्यक्ति की सुरक्षा के लिए निर्धारित किया जाता है।
पैन कार्ड के ऊपर 1 तारीख होती है जो यह दर्शाती है कि पैन कार्ड किस तारीख को बनाया गया।
पैन कार्ड के महत्व व उपयोग
पैन कार्ड आज के समय में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है जिसके बहुत से महत्व व उपयोग हैं जो इस प्रकार हैं….
1- किसी भी बैंक में खाता खोलने के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता पड़ती है।
2- 50,000 से अधिक की राशि के लेन-देन में भी पेन कार्ड की आवश्यकता पड़ती है।
3- किसी भी प्रकार का वाहन बेचने व खरीदने के लिए भी पैन कार्ड की आवश्यकता होती है।
4- यदि आप किसी भी प्रकार की संपत्ति खरीदना व बेचना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपको पैन कार्ड की आवश्यकता होगी।
5- टेलीफोन के नए कनेक्शन को लेने के लिए भी आपको पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी।
6- किसी भी होटल में ₹25000 से अधिक का भुगतान करने के लिए भी आपसे पैन कार्ड मांगा जाएगा।
आज के समय में पैन कार्ड एक जरूरी दस्तावेज बन गया है यह इंसान की ID के रूप में देखा जाता है हर बड़े और छोटे भुगतान के लिए पैन कार्ड की जरूरत होती है लेकिन छोटे-मोटे परिवर्तनों की जानकारी पैन कार्ड ऑफिस में देना बहुत जरूरी है जैसे इंसान की मृत्यु हो जाना उसकी जानकारी आपको सीबीडीटी में देनी आवश्यक होती है। पैन कार्ड के जरिए किसी भी व्यक्ति का पूरा वित्तीय स्टेटस भी जाना जा सकता है।
पैन कार्ड के लाभ
* करदाताओं के लिए पैन कार्ड एक लाभकारी परिचय पत्र साबित होता है।
* कर संबंधी परेशानियों से बचने के लिए भी पैन कार्ड सहायक है।
* पैन कार्ड एक आइडेंटिटी प्रूफ की पूरे भारत में कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
* सैलरी अकाउंट से पैन कार्ड को जोड़ना लाभदायक सिद्ध होता है।
* जॉब पार्ट टाइम हो या फुल टाइम पैन कार्ड हर जगह बहुत कम आता है।
वित्तीय लेन-देन यहां पैन कार्ड जरूरी है
निम्नलिखित नियम जो 2016 के अंतर्गत प्रभावित हैं यह सभी वित्तीय लेनदेन के लिए पैन कार्ड की अनिवार्यता को दर्शाते हैं…
* साल 2015 के बजट के दौरान पैन कार्ड को एक लाख से अधिक की राशि के भुगतान व लेनदेन के लिए जरूरी बताया गया था।
वर्तमान नियम- वर्तमान के लिए इस राशि को बढ़ाकर ₹200000 कर दिया गया है।
* यदि आप किसी भी आ चल व अचल संपत्ति की बिक्री या खरीद करना चाहते थे उसके लिए ₹500000 तक की राशि निश्चित की गई थी।
वर्तमान नियम- अब यह राशि बढ़ाकर 1000000 रुपए कर दी गई है यदि 1000000 रुपए से अधिक का भुगतान आप करना चाहते हैं तो उसके लिए स्टैंप मूल्यांकन प्राधिकरण द्वारा प्रॉपर्टी के मूल्यांकन के लिए आपको पैन कार्ड की आवश्यकता होगी।
* किसी भी प्रकार के दो पहिया वाहन को छोड़कर यदि आप किसी भी वाहन की खरीद व बिक्री करना चाहते हैं तो उसके लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।
* किसी भी बैंक या डाकघर में ₹50000 या उससे अधिक की राशि जमा करने पर निकालने पर भी आपको पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी।
वर्तमान नियम- * नए नियम के अनुसार 50000 की राशि पर तो पैन कार्ड की आवश्यकता नहीं है लेकिन 5 लाख की राशि जिसे वित्तीय वर्ष द्वारा गिना जाता है उसके लिए आपको पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी।
* किसी भी बैंक में खाता खुलवाने के लिए आपको पैन कार्ड अनिवार्य है।
वर्तमान नियम- आज के नियम के अनुसार यदि देखा जाए तो आप बैंक में यदि बुनियादी बचत खाता खुलवाना चाहते हैं तो उसके लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। लेकिन सरकारी बैंक के साथ खोले जाने वाले अन्य खातों के साथ पैन कार्ड लिंक कराना आवश्यक है।
* टेलीफोन के किसी भी नए कनेक्शन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है।
वर्तमान नियम- वर्तमान नियम के अनुसार किसी भी नए मोबाइल फोन को खरीदने और नया कनेक्शन लेने के लिए पैन कार्ड की अनिवार्यता नहीं है।
* किसी भी होटल में ₹25000 से अधिक का भुगतान करने के लिए पैन कार्ड दिखाना या पैन कार्ड का प्रूफ देना जरूरी होता है।
वर्तमान नियम- वर्तमान नियम के अनुसार इस राशि को बढ़ाकर ₹50000 कर दिया गया है।
* किसी भी विदेश यात्रा को करने के लिए ₹25000 से अधिक की राशि के लिए पैन कार्ड अनिवार्य होता है।
वर्तमान नियम- वर्तमान नियम के अनुसार इस राशि को बढ़ाकर ₹50000 तक कर दिया गया है।
* ₹200000 से अधिक की राशि वाले बुलियन या ₹500000 से अधिक की राशि वाले आभूषणों के लिए पेन कार्ड की आवश्यकता होती है।
वर्तमान नियम- वर्तमान नियम के अनुसार बुलियन हो या कोई आभूषण दोनों की ही खरीदारी ₹200000 या उससे अधिक की होने पर पैन कार्ड की आवश्यकता होगी।
* वर्तमान नियम- किसी भी प्रीपेड मनी वॉलेट या किसी भी कार्ड को इस्तेमाल यदि आप करना चाहते हैं तो 1 साल के अंदर ₹50000 से अधिक की राशि का लेनदेन करने के लिए आपको उस कार्ड या प्रीपेड मनी वॉलेट से पैन कार्ड लिंक कराना जरूरी है।
* वर्तमान नियम- यदि आप शेयरधारक है या शेयर खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए जो शेयर सूचीबद्ध नहीं है या ₹100000 से अधिक के लेनदेन के लिए आपको पैन कार्ड की जरूरत होगी।
इस तरह सरकार द्वारा पैन कार्ड एक जरूरी दस्तावेज के रूप में घोषित कर दिया गया है। जो एक आम आदमी के वित्तीय लेनदेन और बाकी के जरूरी दस्तावेज के साथ जोड़ा जाने लगा है। साल 2017 के बजट में इसमें कुछ बदलाव की उम्मीद भी लगाई जा रही थी।
पैन कार्ड की नई डिजाइन
आयकर विभाग में नए पैन कार्ड में बहुत से नए परिवर्तन लाए गए हैं जिससे पैन कार्ड में कुछ नई चीजें + दी गई है और पैन कार्ड का डिजाइन भी बदल दिया गया है इसके लिए आपको अपने पुराने पैन कार्ड की जगह नए बनवाने की जरूरत तो नहीं है लेकिन हां आप नए पैन कार्ड की नई विशेषताएं और नए डिजाइन को देख और जान जरूर सकते हैं जो निम्न प्रकार से हैं।
* पैन कार्ड में एक छिपी हुई आवेदक की जानकारी होगी वह जानकारी पैन कार्ड में एक पैन कोड के रूप में होगी। जो पैन कार्ड की प्रक्रिया के सत्यापन को सक्षम करने के लिए होगी।
* पेन कार्ड के फॉर्मेट में किसी महापुरुष, विशेष कर के नाम, पिता का नाम, और जन्मतिथि को भी शामिल किया गया है।
* पैन कार्ड में नाम और हस्ताक्षर की जगह को भी बदल दिया गया है।
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